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SSC Guru Talks - प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए स्मार्ट नोट्स और अभ्यास
1. पत्थर युग (Stone Age) 1 2. ताम्र युग (Copper Age or Chalcolithic Age) 1 3. सिंधु घाटी सभ्यता (Indus Valley Civilization) 1 4. वैदिक काल (Vedic Age) 1 6. बौद्ध धर्म (Buddhism) 1 7. महाजनपद (Mahajanpadas) 1 8. मगध साम्राज्य (Magadha Empire) 1 9. मौर्य साम्राज्य (Mauryan Empire) 1 10. मौर्योत्तर साम्राज्य (Post-Mauryan Empires) 1 11.संगम युग (Sangama Age) 1 12.गुप्त साम्राज्य (Gupta Era) 1 13.उत्तर गुप्त काल एवं साम्राज्य (Post-Gupta Era & Dynasties) 1
11.संगम युग ✨ संगम युग (Sangama Age) – तमिल सभ्यता और साहित्य का स्वर्णकाल 🏺📜
👉 मौर्योत्तर और दक्षिण भारत के इतिहास में संगम युग का अपना अलग ही स्थान है। यहाँ साहित्य, कला और समुद्री व्यापार ने तमिल समाज...
✨ संगम युग (Sangama Age) – तमिल सभ्यता और साहित्य का स्वर्णकाल 🏺📜
👉 मौर्योत्तर और दक्षिण भारत के इतिहास में संगम युग का अपना अलग ही स्थान है। यहाँ साहित्य, कला और समुद्री व्यापार ने तमिल समाज को समृद्ध किया। 🏹🌊
1️⃣ संगम साहित्य (Sangam Literature) – प्रेम, युद्ध और नैतिकता का संगम
🔹 कुल संगम: 3 संगम
🔹 संरक्षक: पाण्ड्य शासक
🔹 स्थान: मुछांगम (तमिल क्षेत्र)
🔹 प्रथम संगम: मदुरै (आगस्त्य), द्वितीय: कपडापुरम (तोलकप्पियार), तृतीय: मदुरै (नक्किरार)
🔹 व्याकरण ग्रंथ: तोलकप्पियम
🔹 साहित्य के प्रकार:
कथात्मक (Narrative) – मेलकणक्कू, 8 प्रमुख कृतियाँ
नैतिक/काव्यात्मक (Didactic Poetic) – किलकणक्कू, 18 लघु कृतियाँ (अकम – प्रेम, पुरम – युद्ध)
प्रमुख कृतियाँ: सिलपाथिकम् (इलांगो अडिगल), मणिमेगलई (सत्तोनार)
⭐️ महत्व: दक्षिण भारत में साहित्य और नैतिकता का स्थायी प्रभाव।
2️⃣ शासक वंश (Dynasties) – पाण्ड्य, चोल, और चेऱ
🔹 पाण्ड्य:
क्षेत्र: तमिलनाडु
राजधानी: मदुरै (वैगई नदी के किनारे)
प्रतीक: मछली
पोत: मोती, रोम के साथ व्यापार
बंदरगाह: कोरकाई
🔹 चोल:
क्षेत्र: पेनार और वेलर नदी के बीच
राजधानी: उरैयुर और पुहार (कावेरीपत्तनम – बंदरगाह)
प्रारंभिक शासक: एлара, महान शासक: करिकला (वन्नी युद्ध)
प्रतीक: बाघ
कपड़े और वस्त्र व्यापार
🔹 चेऱ:
क्षेत्र: केरल, तमिलनाडु
राजधानी: वंजी / वांची
बंदरगाह: मुज्रीस और टोंडी
प्रमुख शासक: सेनगुत्तुवन (रेड चेऱ)
प्रतीक: धनुष और बाण
कन्नागी (पवित्रता की देवी) की पूजा
⭐️ महत्व: दक्षिण भारत में स्थिर राजनीतिक और आर्थिक संरचना।
3️⃣ समाज और वर्ग व्यवस्था (Society & Lifestyle)
🔹 शासक वर्ग: अरसर
🔹 धनी कृषक: वेल्लालार
🔹 निम्न वर्ग: कड़ैसियार
⭐️ महत्व: सामाजिक संरचना और जीवन शैली का स्पष्ट ज्ञान।
4️⃣ भूगोल और अर्थव्यवस्था (Geography & Economy)
🔹 थिनाई (Thinais) – 5 भौगोलिक क्षेत्र और प्रमुख कार्य:
कुरिंची: शिकार और संग्रह
पलाई: पशुपालन और डकैती
मुल्लई: पशुपालन
मरुतम: कृषि
नैताल: मछली पकड़ना और नमक निर्माण
🔹 व्यापारी: पाण्ड्य और चेऱ के बंदरगाह, रोम के साथ व्यापार
⭐️ महत्व: भौगोलिक स्थिति और समुद्री व्यापार ने सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ाया।
5️⃣ प्रमुख स्थल / प्रमाण (Important Sites / Evidence)
🔹 संगम साहित्य और काव्य
🔹 मदुरै, पुहार, वांची – राजधानी
🔹 कोरकाई, मुज्रीस – बंदरगाह
🔹 अशोक शिलालेख – चेऱ (करालापुत्र), पाण्ड्य, चोल, ताम्रपर्णी
⭐️ महत्व: साहित्य और शिलालेखों से इतिहास का प्रमाण मिलता है।
🏁 निष्कर्ष (Conclusion)
संगम युग – तमिल सभ्यता, साहित्य, राजनीति और समुद्री व्यापार का स्वर्णकाल।
सृजन-क्रम (Evolution Line): संगम युग → मौर्योत्तर दक्षिण भारत → चालुक्य, पल्लव काल → मध्यकालीन भारत 🇮🇳
🎥 Related YouTube Video 2️⃣ Ruling Dynasties (Dynasties) – Pandya, Chola, and Chera
3️⃣ Society and Class Structure (Society & Lifestyle)
4️⃣ Geography and Economy (Geography & Economy)
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