💰 बजट और कर प्रणाली (Budget & Taxation) – “सरकार की आय-व्यय की कहानी 📊💸”
👉
शुरुआत:
हर घर की तरह देश की भी एक “घर की किताब” होती है — जिसे हम
बजट (Budget) कहते हैं।
जहाँ खर्चे, कमाई और उधारी का पूरा हिसाब होता है।
यही तय करता है कि देश के विकास की रफ्तार कितनी होगी 💹।
1️⃣ बजट (Budget) – राष्ट्र की वित्तीय रूपरेखा 📘
- 🔹 उत्पत्ति / परिभाषा (Definition):
वार्षिक अवधि में सरकार की
आय (Revenue) और
व्यय (Expenditure) का अनुमान होता है।
इसे
वार्षिक वित्तीय विवरण (Annual Fiscal Statement) भी कहा जाता है —
अनुच्छेद 112।
यह सरकार की नीतियों का दर्पण है — बताता है कि पैसा कहाँ से आएगा और कहाँ खर्च होगा।
इसे तैयार करती है
Department of Economic Affairs (Ministry of Finance) और पेश करते हैं
Finance Minister।
- 🔹 ऐतिहासिक तथ्य (History):
- पहला बजट: R. K. Shanmukham Chetty
- दूसरा बजट: John Mathai
- सर्वाधिक बजट प्रस्तुत करने वाले:
- Morarji Desai (10 बार)
- P. Chidambaram (9 बार)
- Pranab Mukherjee (8 बार)
1.
Surplus Budget: Receipt > Expenditure
2.
Deficit Budget: Expenditure > Receipt
3.
Balanced Budget: Expenditure = Receipt
बजट देश की आर्थिक दिशा तय करता है — विकास योजनाएँ, कर दरें और जनकल्याण नीतियाँ इसी से संचालित होती हैं।
2️⃣ कर प्रणाली (Taxation System) – “सरकार की आय का आधार 💰”
कर वह अनिवार्य राशि है जो नागरिक सरकार को सार्वजनिक सेवाओं हेतु देते हैं।
इसे दो प्रमुख भागों में बाँटा गया है —
प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) और
अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax)।
📌 प्रत्यक्ष कर (Direct Tax) – “सीधा सरकार को भुगतान”
व्यक्ति या संस्था स्वयं सीधे सरकार को कर अदा करती है।
इसे
Progressive Tax कहा जाता है क्योंकि अमीर व्यक्ति ज़्यादा कर देते हैं।
- 🔹 उदाहरण (Examples):
- आयकर (Income Tax)
- संपत्ति कर (Wealth Tax)
- उपहार कर (Gift Tax)
- पूँजीगत लाभ कर (Capital Gain Tax)
- कॉर्पोरेट टैक्स (Corporate Tax)
- 🔹 विशेष प्रकार:
- Surcharge: अमीर लोगों पर “Tax on Tax”
- Cess: किसी विशेष उद्देश्य के लिए लगाया गया कर (जैसे शिक्षा उपकर)
- Pigouvian Tax: पर्यावरण या सामाजिक हानि को कम करने हेतु कर
प्रत्यक्ष कर आय असमानता घटाने और आर्थिक संतुलन बनाए रखने में सहायक है।
📌 अप्रत्यक्ष कर (Indirect Tax) – “भुगतान किसी और से वसूली किसी और से 💱”
यह कर वस्तुओं और सेवाओं पर लगाया जाता है, और अंततः उपभोक्ता इसे वहन करता है।
यह
Regressive Tax है क्योंकि गरीब और अमीर दोनों एक ही दर से भुगतान करते हैं।
- 🔹 उदाहरण (Examples):
- जीएसटी (GST)
- सीमा शुल्क (Custom Duty)
- उत्पाद शुल्क (Excise Duty)
💡 वस्तु एवं सेवा कर (GST – Goods and Services Tax)
- 🔹 उत्पत्ति:
- संविधान संशोधन: 101वाँ
- प्रवर्तन तिथि: 1 जुलाई 2017
- पहला राज्य जिसने अनुमोदन किया: असम (Assam)
- संवैधानिक अनुच्छेद: 279A
- संघटन: 33 सदस्य (केंद्र 2 + राज्य/केंद्रशासित प्रदेश 31)
- अध्यक्ष: वित्त मंत्री (Finance Minister)
GST ने भारत की टैक्स प्रणाली को एकीकृत किया —
“One Nation, One Tax”।
3️⃣ घाटे (Deficits) – “जब खर्च आय से ज़्यादा हो जाए 📉”
- 🔹 प्रमुख प्रकार:
- Revenue Deficit: Revenue Expenditure - Revenue Receipt
- Fiscal Deficit: Total Expenditure - (Total Receipts - Borrowings)
- Primary Deficit: Fiscal Deficit - Interest Payment
- Effective Revenue Deficit: Revenue Deficit - Grants for development purpose
- Budgetary Deficit: कुल सरकारी व्यय और आय का अंतर
घाटे का स्तर सरकार की वित्तीय स्थिरता और ऋण प्रबंधन को दर्शाता है।
4️⃣ बजट के घटक (Components of Budget) – “जहाँ से पैसा आता है और जहाँ जाता है 💼”
💵 राजस्व खंड (Revenue Section) – नियमित लेनदेन
- Revenue Receipt (पैसा आ रहा है):
न तो संपत्ति घटती है, न देनदारी बढ़ती है।
- कर राजस्व (Tax Revenue)
- गैर-कर राजस्व (Non-Tax Revenue – जैसे Challan, Fees)
- Revenue Expenditure (पैसा जा रहा है):
न संपत्ति बढ़ती है, न देनदारी घटती है।
- वेतन, पेंशन
- सब्सिडी, अनुदान
- ब्याज भुगतान
🏗️ पूंजी खंड (Capital Section) – अस्थायी/दीर्घकालिक लेनदेन
- Capital Receipt (पैसा आ रहा है):
- संपत्ति घटती है या देनदारी बढ़ती है
- जैसे: ऋण प्राप्ति, निवेश से लाभ
- Capital Expenditure (पैसा जा रहा है):
- संपत्ति बढ़ती है या देनदारी घटती है
- जैसे: इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, भूमि या मशीनरी की खरीद
राजस्व और पूंजी खंड मिलकर बताते हैं कि सरकार विकास और संचालन दोनों पर कितना ध्यान दे रही है।
5️⃣ परिसंपत्ति बनाम देनदारी (Asset vs. Liability) – “जो अपना है बनाम जो चुकाना है ⚖️”
आर्थिक मूल्य रखने वाली संपत्ति (जैसे सोना, संपत्ति)।
भुगतान योग्य दायित्व (जैसे ऋण, ब्याज)।
परिसंपत्ति और देनदारी का अनुपात देश की वित्तीय सेहत को दर्शाता है।
🏁 निष्कर्ष (Conclusion)
- बजट और कर प्रणाली एक देश की आर्थिक नींव हैं — ये तय करते हैं कि विकास किस दिशा में होगा।
- Evolution Line:
घर का खर्च → राष्ट्रीय बजट → वैश्विक वित्तीय नीति 🌍
- एक समझदार बजट और संतुलित टैक्स नीति ही आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम बढ़ाती है।
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