✨ विजयनगर साम्राज्य (Vijayanagara Empire) – “दक्षिण भारत की विजय नगरी 🏰🔥”
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Introduction:
1336 से 1678 ईस्वी तक दक्षिण भारत में विजयनगर साम्राज्य ने अपनी शक्ति दिखाई।
हुम्पी की राजधानी और भव्य मंदिरों, किलों और सामाजिक व्यवस्था ने इसे “कर्नाटक साम्राज्य” कहा। 🏹🕌
व्यापार, कला और स्थापत्य में यह काल स्वर्णिम माना जाता है।
1️⃣ पृष्ठभूमि / उद्भव (Background / Origin) 🌍
- नाम: विजयनगर = “City of Victory”
- स्थापना: संगमा वंश (1336-1485 AD)
- संस्थापक: हरिहर और बुक्का (काकतीय साम्राज्यों के अधीन थे)
- क्षेत्र: दक्खन, बहमनी साम्राज्य के दक्षिण में
- व्यापारी समुदाय: कुड़िराई चेट्टिस
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Why Important?
विदेशी आक्रमणों और बहमनी दबाव के बावजूद दक्षिण भारत में स्थायित्व और विकास का केंद्र बना।
2️⃣ राजनीतिक स्थिति (Political Scenario) 🏛️
- संगमा वंश (1336-1485): हरिहर, बुक्का, देव राय II (1423-1446)
- सालुवा वंश (1486-1505): सालुवा नरसिंह – संस्थापक
- तुलुवा वंश (1505-1570): वीर नरसिंह, कृष्ण देव राय (1509-1529) – महान शासक
- आराविद्दु वंश (1570-1650): अंतर्गत आंतरिक संघर्ष
- राजधानी: हुम्पी
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Why Important?
राजनीतिक स्थिरता, मजबूत प्रशासन और सामरिक शक्ति ने दक्षिण भारत को सुदृढ़ किया।
3️⃣ सामाजिक जीवन (Society & Lifestyle) 👥
- समाज वर्ग आधारित: व्यापारी, किसान, सैनिक
- स्थानीय समुदाय और ऐंगर प्रणाली: 12 सदस्यीय ग्राम समिति
- महिलाओं की स्थिति सीमित, पर धार्मिक और सामाजिक गतिविधियाँ सक्रिय
- यात्रियों का विवरण: इब्न बतुता, अब्दुर रज़ाक, फर्नाओ नुनिज
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Why Important?
सामाजिक संरचना और प्रशासनिक व्यवस्था साम्राज्य के लंबे समय तक टिकने का कारण बनी।
4️⃣ आर्थिक व्यवस्था (Economy) 💰
- व्यापारिक गतिविधियाँ: कुड़िराई चेट्टिस (स्थानीय व्यापारी)
- कृषि और कर प्रणाली मजबूत
- साम्राज्य के विस्तार के लिए सैन्य विजय से धन संग्रह
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Why Important?
आर्थिक स्थिरता ने विशाल स्थापत्य और सांस्कृतिक परियोजनाओं को संभव बनाया।
5️⃣ सांस्कृतिक योगदान (Culture & Contribution) 🎶🕌
- स्थापत्य:
- विजया महल, हज़ारा राम मंदिर, विठल स्वामी मंदिर
- महानवमी डिब्बा, कमलापुरम टैंक (सीढ़ीनुमा), लोटस टेम्पल
- हाथी स्थिर (11 हाथी)
- साहित्य और कला:
- कृष्ण देव राय – अमुक्तमलयदा (तेलुगु), जांबवती कल्याणम (संस्कृत)
- दरबार में अष्टदिग्गज – तेनालीराम
- विदेशी यात्री: डुआर्ते बार्बोसा, डोमिनिगो पैस
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Why Important?
विजयनगर की कला, स्थापत्य और साहित्य दक्षिण भारतीय संस्कृति और हिन्दू धर्म संरक्षण का प्रतीक है।
6️⃣ प्रमुख व्यक्तित्व / शासक (Important Rulers / Personalities) 👑
- संगमा वंश: हरिहर, बुक्का, देव राय II
- सालुवा वंश: सालुवा नरसिंह
- तुलुवा वंश: वीर नरसिंह, कृष्ण देव राय – “अभिनव भोज”, यवनराज स्थाप्नाचार्य
- आराविद्दु वंश: आंतरिक संघर्ष में अलीया रामा राय, श्री रंगा III (अंतिम शासक)
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Why Important?
प्रत्येक शासक ने प्रशासनिक सुधार, सैन्य विजय और सांस्कृतिक समृद्धि में योगदान दिया।
7️⃣ प्रमुख स्थल / निर्माण (Important Sites / Architecture) 🏰
- हुम्पी: विजया महल, हज़ारा राम मंदिर, विठल स्वामी मंदिर, महानवमी डिब्बा, कमलापुरम टैंक, हाथी स्थिर
- सामरिक और सांस्कृतिक महत्व: किले, मंदिर और सार्वजनिक जल संरचनाएँ
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Why Important?
स्थापत्य और शहरी योजनाओं ने विजयनगर साम्राज्य को भारत के प्रमुख सांस्कृतिक केंद्र के रूप में स्थापित किया।
🏁 निष्कर्ष (Conclusion)
- विजयनगर साम्राज्य ने दक्षिण भारत में राजनीतिक स्थिरता, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक समृद्धि दी।
- कृष्ण देव राय के दरबार और स्थापत्य ने साम्राज्य को “सुनहरा युग” दिलाया।
- तालीकोटा युद्ध (1565) के बाद पतन, लेकिन स्थापत्य और संस्कृति आज भी प्रेरणादायक हैं।
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Evolution Line:
संगमा वंश → सालुवा वंश → तुलुवा वंश → आराविद्दु वंश → पतन के बाद आधुनिक कर्नाटक की नींव
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