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11.समाजवाद और क्रांतिकारी गतिविधियाँ

Summary: ✨ समाजवाद और क्रांतिकारी गतिविधियाँ (Socialism & Revolutionary Activities) – “भारत में स्वतंत्रता के लिए समाजवादी और क्रांतिकारी आंदोलन 🇮🇳🔥” 👉 Introduction: रूसी क्रांति की लहर ने भारत...

Key Highlights

Important Years:
192019301917
Key Terms:
1️⃣ समाजवाद का उदय (Rise of Socialism) 🌍2️⃣ जाति और समाज सुधार आंदोलन (Caste & Social Reform Movements) ⚖️

✨ समाजवाद और क्रांतिकारी गतिविधियाँ (Socialism & Revolutionary Activities) – “भारत में स्वतंत्रता के लिए समाजवादी और क्रांतिकारी आंदोलन 🇮🇳🔥”

👉 Introduction: रूसी क्रांति की लहर ने भारत में समाजवादी विचारधारा को जन्म दिया और क्रांतिकारी आंदोलनों के जरिए ब्रिटिश शासन को चुनौती दी गई। 1920-1930 के दशक में युवा नेता और समाज सुधारक देश में बदलाव के लिए सक्रिय हुए। 🗡️📜

1️⃣ समाजवाद का उदय (Rise of Socialism) 🌍

⭐️ Why Important? समाजवाद ने भारत में श्रमिक और किसान आंदोलनों की नींव रखी और क्रांतिकारी विचारों को प्रोत्साहित किया।

2️⃣ जाति और समाज सुधार आंदोलन (Caste & Social Reform Movements) ⚖️

⭐️ Why Important? इन आंदोलनों ने सामाजिक न्याय की नींव डाली और स्वतंत्रता संग्राम के लिए जनता को संगठित किया।

3️⃣ क्रांतिकारी गतिविधियाँ (Revolutionary Activities) 🔥🗡️

⭐️ Why Important? क्रांतिकारी गतिविधियों ने अंग्रेजी शासन के खिलाफ प्रतिरोध की भावना जगाई और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

4️⃣ साहित्यिक योगदान (Literary Contributions) 📚

⭐️ Why Important? साहित्य ने आंदोलनकारियों को जनता तक उनके विचार पहुँचाने और देशभक्ति को प्रोत्साहित करने में मदद की।

🏁 निष्कर्ष (Conclusion)

समाजवाद और क्रांतिकारी गतिविधियों ने 1920-1930 के दशक में भारत में स्वतंत्रता संग्राम को नई दिशा दी। समाज सुधार, श्रमिक आंदोलन और सशस्त्र क्रांतिकारी गतिविधियों ने जनता में राजनीतिक चेतना बढ़ाई। 📜 Evolution Line: Russian Revolution → Formation of CPI & Trade Unions (1920) → HSRA & HRA Activities (1924-1930) → Literary Works & Social Movements

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